कंप्यूटर से काम लेने के लिए Computer language के जिन आदेशो के आवश्यकता होती है। उनको प्रोग्राम या सॉफ्टवेर कहते है। जैसे कोरेल ड्रा फोटोशॉप और इलुस्ट्रेटर इत्यादि। इसके माध्यम से हम अपनी आवश्यकता के अनुसार कंप्यूटर को काम करने का आदेश देते है।
जिससे कंप्यूटर हमारी इच्छानुसार काम करता है। Electronic Computer की असली और शुरआती language दोहरे नम्बर के प्रणाली (Binary System) पर आधारित है। इसमें बजाये 0 से लेकर 9 तक कि संख्या के सिर्फ दो नम्बर 1 से 0 होते हैं।
इन दोनों संख्या (bits) के मिलने से एक शब्द बनता है। छोटे कंप्यूटर में एक शब्द की लम्बाई 8 नंबरों के बराबर होती है। कंप्यूटर का प्रोग्राम 8 bit से बने हुए क्रमवार शब्दों से मिलकर बनता है जिसको कंप्यूटर की मेमोरी में क्रम से सुरक्षित किया जाता है।

प्रोग्राम को चलाने के लिए कंप्यूटर प्रोग्राम के विभिन्न भागो को उसी क्रम से पोस्ट करता है। जिस क्रम से सुरक्षित किया जाता है। इसलिए आदमी और कंप्यूटर के बीच संपर्क कायम करने के लिए कंप्यूटर की विभिन्न भाषाओँ में से कोई एक भाषा उपयोग की जाती है। यह Computer language निम्नलिखित हैं
Computer Language उदाहरण
Fortran, Cobol, algol, Basic, Pascal, Forth, ADA, Lisp, Logo, कहलाती है। इन भाषाओँ में कुछ खास शब्द उपयोग किये जाते है जो किसी खास आदेश को दर्शाते है।
जैसे- let, got, for, if, then, stop,आदि।
ऊँचे स्तर की Computer language दुसरे सिस्टम में अनुवाद करके प्रोग्राम को कंप्यूटर स्वीकृर्ति के लिए तैयार किया जाता है। कंप्यूटर में उस प्रोग्राम को लोड करके काम को कम समय में आसानी के साथ अच्छी तरह से कर सकें।